टैम्पून पीरियड्स में बनता जा रहा है मासेस की चॉइस, आखिर क्यों ?

टैम्पून कैसे है पैड्स से अलग,आखिर क्यों ये ज्यादा पसंद किए जा रहे हैं,क्या है इसके फायदे , कैसे किया जाता है इसका इस्तेमाल ? ये सब जानने के लिए ध्यान से पढ़े ये आर्टिकल.....

टैम्पून पीरियड्स  में बनता जा रहा है मासेस की चॉइस, आखिर क्यों ?

फीचर्स डेस्क। टैम्पून यंग और ऑफिस गोइंग लेडीज की पहली पसंद बन गया है। आखिर ये होता क्या है , इसके क्या फायदे है और इसे कैसे इस्तेमाल किया जाता है ये सब जानने की कोशिश की हमने इसके यूज़र्स से , आइये जानते हैं क्या है उनका कहना।

बेस मटेरियल है कॉटन

रीना का कहना है की टैम्पून ने उसकी लाइफ और मेंसेस को काफी आरामदायक बना दिया है , इसका मटेरियल मुझे बहुत सूट करता है। दरअसल ये सॉफ्ट कॉटन मटेरियल के बने होते हैं और अपने पतले लम्बे सिलिंड्रिकल शेप की वजह से इसे वजाइना में आसानी से इन्सर्ट किआ जा सकता है।  रीना आगे बताती है शुरू शुरू थोड़ा अजीब लगता था पर दो तीन बार के इस्तेमाल के बाद इसकी आदत हो गयी। 

ये है लीकप्रूफ

जाग्रति एक स्वीम्मर है और बैडमिंटन खेलना उनका शौक है।  वो बताती है की ये दोनों उनकी दिन चर्या का हिस्सा है, इससे वर्कआउट के साथ साथ उनकी बॉडी रिलैक्स भी होती है।  ऐसे में साइकिल के दौरान हमेशा इश्यूज होते थे।  इसलिए उन्होंने टॉपपोन पैर स्विच किया और वो अपने डिसीजन से बहुत खुश हैं।  क्योंकि टैम्पून में किसी तरह से  होने की गुंजाईश नहीं होती। इसे उसे करने वाली हर महिला अपने पीरियड में भी सब कुछ बिना कौन्सियस हुए कर सकती है।

टैम्पून है तो रशेस भूल जाओ

ये कहना है अनामिका का ,अनामिका अपने फोर्टिस में है और हर साइकिल में रशेस का अपार दर्द झेलती थी।  तब इन्होने अपनी फ्रेंड की सलाह पर टैम्पून ट्राई किया शुरू में अजीब लगा पर रशेस बिलकुल भी नहीं हुए।  तो अनामिका ने इस पर ही रहना का फैसला किया और अब वो दो सालो से यही उसे कर रही है।  एक्चुअली नार्मल पैड्स उसे करने पर पीरियड्स में वजाइना में गीला पैन बना ही रहता  रशेस होने की संभावना बहुत ज्यादा हो जाते है जबकि टैम्पून में ऐसा नहीं रहता।  

यूज़ करने का तरीका

टैम्पून को उसे करने का तरीका थोड़ा टिपिकल है क्यों कि इसको बॉडी में इन्सर्ट करना पड़ता है , पर घबराये नहीं हम आप को स्टेप बाय स्टेप बताने जा रहे हैं की इसको यूज़ कैसे करना है।

टैम्पून का पैकेट ओपन करने  से पहले अपने हाथों को अच्‍छे से वाश कर लें।  

आप इसे बैठ कर या फिर खड़े हो कर लगा सकती हैं, जिस में भी आप कम्फर्टेबल हो। 

आप पहले घुटनों को फैलाएं और वजाइना में इन्सर्ट करें। 

इसे अंदर की तरफ थोड़ा पुश करें और थ्रेड को बहार ही रखें। 

अगर आप पहली बार इसका इस्‍तेमाल कर रही हैं तो यह बेस्‍ट है कि आप एप्लिकेटर का इस्‍तेमाल करें।

टैम्‍पोन का इस्‍तेमाल करने से पहले इस बात को सुनिश्चित कर लें कि उसमें लटक रही थ्रेड मजबूत है या नहीं। इसके लिए उसे एक बार खींच कर देखें। 

टैम्‍पोन रक्‍तस्‍त्राव को सोखेगा और वेजाइना के अंदर थोड़ा एक्सपैंड करेगा ।

एक बार टैम्‍पोन वेजाइना के अंदर जाने के बाद तब तक बाहर नहीं निकलेगा जब तक आप उसे न निकालें। टैम्‍पोन लगाने के बाद आप अपने रोजमर्रा के काम आराम से कर सकती हैं।

जब आप टैम्‍पोन को हटाएं तो खुद को तनावमुक्‍त रखें, हैंड्स को वाश करें।

थ्रेड की हेल्प से टैम्पून को आराम से बाहर खींच ले , बॉडी को रिलैक्स्ड रखें।

बाहर निकालने के बाद आपको टैम्‍पोन को रैप करके डिसपोज करना चाहिए।

इसके बाद अपने हाथों को अच्‍छी तरह से साफ करें। इससे संक्रमण नहीं फैलेगा।

यूरिन पास करने में नहीं होगी कोई परेशानी

अब आप सोच रही होंगी की टैम्पून अंदर होगा तो यूरिनेशन में दिक्कत हो सकती है पर ऐसा कुछ नहीं है आप इसके साथ भी नार्मल तरीके से यूरिन पास कर पाएंगी बस थ्रेड को गीला होने से बचाये इस लिए थोड़ा सा अलर्ट रहे बस। 

ध्यान रखें

टैम्पून लगते और निकलते वक़्त आप को हाथ एक दम साफ सुथरे होने चाहिए।

टैम्पून को ब्लड फ्लो के हिसाब से 4 से 6 घंटे में बदलती रहे। 

इन्सर्ट करने से पहले थ्रेड की मज़बूती चेक कर लें। 

गलती से भी टैम्पून के कॉटन साइड वाले एरिया को ओपन ना करें वरना इन्सर्ट करना मुश्किल होगा।

इमेज इनपुट - गूगल इमेजेज