गीता गोपीनाथ : 7nt में 45% से पास होने वाली महिला आज है आई.एम.एफ की चीफ इकॉनॉमिस्ट

कुछ इस तरह किया गीता गोपीनाथ ने अपने लक्ष्य को हासिल....

गीता गोपीनाथ : 7nt में 45% से पास होने वाली महिला आज है आई.एम.एफ की चीफ  इकॉनॉमिस्ट

फीचर्स डेस्क। कहते हैं कि अगर कोई लक्ष्य हमारे ज़ेहन में निश्चित है तो उस लक्ष्य तक पहुँचने के लिए रास्ते खुद -ब - खुद बन जाते हैं बस सच्ची लगन और हार्ड वर्क कभी नही छोड़ना चाहिए जैसे  chief economist  गीता गोपीनाथ ने अपनी मेहनत और मजबूत इरादों से आज ये मुकाम हासिल किया है कि अब वो आई.एम.एफ की फर्स्ट डिप्टी मैनेजिंग डायरेक्टर की पोस्ट संभालेंगी और गीता की इसी जर्नी के बारे में आप इस आर्टिकल में जानेंगी कि ये मुकाम उन्होंने कैसे पाया। 

7th तक 45% से हुई थी पास

आपको बेशक ये जान के ताज्जुब होगा कि इतनी बड़ी इकॉनॉमिस्ट कभी 45% नंबर्स से भी पास हुई होंगी लेकिन ये सच है कि जब वो स्कूल में पढ़ती थी तो पढ़ाई में बहुत ज्यादा अच्छी नहीं थी लेकिन गीता ने कभी अपना मॉरल डाउन नही किया और मेहनत करना नही छोड़ा । जिसका नतीजा ये हुआ कि वो 90% नंबर्स से पास होने लगीं। गीता का हमेशा से ये मानना था कि हमारी योग्यता परसेंटेज नही बताती , हमारे हौसले बताते हैं कि हम क्या कर रहे हैं और क्या कर सकते हैं। गीता ने अपने बच्चे पर भी कभी कोई बाउंडेशन नही लगाई की उनको क्या करना है या उनको सिर्फ पढ़ना ही है। स्कूल के बाद गीता ने मैसूर में महाराजा पी .यू  कॉलेज जॉइन किया और साइंस की पढ़ाई की और  उनके मार्क्स  भी बहुत अच्छे आये जिसके चलते  वह इंजीनियरिंग या मेडिकल में जा सकती थीं लेकिन उन्होंने इकनॉमिक्स में बी.ए (ऑनर्स) करने का डिसीजन लिया।

आगे की स्टडी के लिए गईं दिल्ली

गीता गोपीनाथ ने अपनी आगे की स्टडी दिल्ली यूनिवर्सिटी लेडी श्रीराम कॉलेज से इकनॉमिक्स से की । उन्‍होंने 1992 में यहां से ऑनर्स किया और फिर दिल्ली स्कूल ऑफ इकनॉमिक्स से इकनॉमिक्स  में ही मास्टर्स की स्टडी कंप्लीट  की। इसके बाद 1994 में वह वाशिंगटन यूनिवर्सिटी चली गईं। ईयर 1996 से 2001 तक उन्होंने प्रिंसटन यूनिवर्सिटी से इकनॉमिक्स  में पीएचडी की। पोस्टग्रेजुएशन के दौरान उनकी मुलाकात इकबाल से हुई और दोनों  एक दूसरे को लाइक करने लगे और फिर उन्होंने एक दूजे के साथ शादी कर ली और  इस  कपल  का एक 18 ईयर का एक बेटा है जिसका नाम राहिल है।

गीता रह चुकी हैं असिस्टेंट प्रोफेसर

अपनी मास्टर्स और पीएचडी कंप्लीट करने के बाद गीता गोपीनाथ ने ईयर 2001 से 2005 तक शिकागो यूनिवर्सिटी में असिस्टेंट प्रोफेसर की पोस्ट संभाली और उसके बाद उन्‍होंने हार्वर्ड यूनिवर्सिटी में असिस्‍टेंट प्रोफेसर के तौर पर भी काम किया और देखते ही  देखते 2010 में इसी यूनिवर्सिटी की प्रोफेसर बन गईं। गीता गोपीनाथ ने ट्रेड एंड इन्वेस्टमेंट, इंटरनेशनल फाइनेंशियल क्राइसेस, करंसी पॉलिटिक्स,  डेप्ट एंड द प्रॉब्लम ऑफ इमरजिंग मार्केट्स पर लगभग 40 शोध-पत्र भी लिखे हैं।

एक इंटरव्यू में रहीं सुर्खियों में

पिछले ईयर ही गीता गोपीनाथ एक इंटरव्‍यू को लेकर भी काफी सुर्खियों में रहीं, जिसमें उन्‍होंने ग्लोबल इकनॉमिक ग्रोथ में गिरावट के लिए इंडिया को ही ब्लेम किया था। उन्होंने कहा कि ग्लोबल ग्रोथ के अनुमान में 80 परसेंट गिरावट के लिए इंडिया ही  जिम्मेदार है। उनके इस इस्टेटमेंट के बाद कन्ट्री में अपोज़िट पार्टियों ने मोदी सरकार पर निशाना साधा गया था और  गीता ने  2016 में सरकार के नोटबंदी के डिसीजन को भी इकनोमिकल ग्रोथ के लिहाज से निगेटिव ही  बताया था। लेकिन उन्होंने मोदी सरकार का विवादास्पद कृषि कानूनों की तारीफ भी की थी। असल में गीता गोपीनाथ बेहद बेबाकी से अपनी बात कहती हैं और उनको अपनी ही तरह बेबाक लोग ही पसंद भी हैं।

गीता गोपीनाथ ने पाई अमिताभ की वाहवाही

कौन बनेगा करोड़पति सीज़न 12 में मिस्टर अमिताभ बच्चन जी ने अपनी एक कॉन्टेस्ट से गीता गोपीनाथ से रिलेटेड एक  सवाल किया और उसके साथ साथ उन्होंने गीता की खूबसूरती की भी तारीफ की और गीता अपनी इस तारीफ से बेहद खुश थी और ट्विटर पर उन्होंने ट्वीट भी किया था कि अमिताभ बच्चन जी की तारीफ को शायद ही मै कभी भूल पाऊँगी।

कार्नेगी कॉरपोरेशन से मिला सम्मान

इस ईयर अमेरिका के कार्नेगी कॉरपोरेशन ने गीता गोपीनाथ को सम्मानित  भी किया और गीता को यह सम्मान अपने सपोर्ट और  अपने हार्ड वर्क से अमेरिकन सोसाइटी और डेमोक्रेसी को रिच और स्ट्रांग करने के लिए दिया।  गीता गोपीनाथ को कार्नेगी कॉरपोरेशन ने '2021 ग्रेट इमिग्रेंट्स’ की  लिस्ट में शामिल भी किया गया था।

गीता की फ़ोटो लगी आई.एम.एफ के पूर्व मुख्य अर्थशास्त्रियों के साथ

ये बड़े ही गर्व की बात है हमारे देश के लिए कि गीता गोपीनाथ की फ़ोटो उनकी  सच्ची लगन के चलते आई.एम.एफ के पूर्व मुख्य अर्थशास्त्रियों के साथ लग गई है और इस बात की इन्फॉर्मेशन उन्होंने खुद सोशल मीडिया पर दी और कैप्शन में भी लिखा कि ट्रेंड को तोड़ते हुए मैने पूर्व मुख्य अर्धशास्त्रियों की फोटोज में अपनी फोटो को भी जगह दिला दी है और उन्होंने अपनी फोटो अपने इंस्टाग्राम ऑफिशियल अकाउंट में शेयर भी की है जिसमे वो  वॉल पर लगी अपनी फोटो  के साथ खड़ी हैं।

picture credit:google