यही है वह टोनही ...!

यही है वह टोनही ...!

फीचर्स डेस्क। जाने क्या क्या झाड़ फूक करती रहती है इसकी नजर तो देखिए बड़ी तेज है कल मेरी गुड़िया को घूर घूर के देख रही थी आज गुड़िया की तबियत खराब हो गई है। आप ठीक कह रहीं हैं नीलिमा जी कल शाम को मेरे घर में कुछ खाने को मांगने आई थी मैंने भी दया कर के प्रसाद की पूरी रखी थी दे दी तो वहीं पसर के बैठ गई और खाने लगी मेरा गोलू वहीं पर अपनी ट्रायसिकल चला रहा था। पूरी छोड़ उसे ही ऐसे देखने लगी कि बिचारा ट्रायसिकल से नीचे गिर गया ...!

पूर्णिमा जी भी गोल गोल आंखे करके बताने लगी।

अरे आजकल किसी पर दया दिखाना भी मुसीबत बुलाने जैसा है जाने कहां से आ गई है हमारी कॉलोनी में इसकी तो रिपोर्ट कर देना चाहिए यह तो शकल से ही टोनही लगती है।छोटे बच्चो को तो बड़ी जल्दी बुरी नजर लग जाती है छोटे बच्चों के लिए इसकी नजर खतरनाक रूप से अशुभ है।

इसे यहां लाया कौन है भगाओ इसे यहां से ये शरीफों का मोहल्ला है .. गार्ड कहां है यह अंदर कैसे आ गई..!

ए हट भग यहां से अब किसे घूर रही है क्या हम लोगों पर भी कोई जादू टोना करेगी... हम नहीं डरने वाले समझी कहीं और जाकर अपना ये प्रोग्राम कर .....सब लोग उस सहमी सिकुड़ी वृद्धा की ओर अक्रोशित्त होते हुए बढ़ ही गए थे कि...

तभी दो पुलिस वालों के साथ एक सभ्य महिला आ गई।

अरे अरे आप लोग क्या कर रहे हैं थोड़ी इंसानियत रखिए..... मां मां तुम ठीक तो हो !! कितना ढूंढा आपको मां..!

माफ करिएगा मेरी मां है यह .... घर से भाग आई हैं पिछले हफ्ते स्कूल बस दुर्घटनाग्रस्त हो जाने से मेरे दोनों बच्चों यानी कि इनके दोनों पोते पोतियों जिनमे इनके प्राण बसते थे ....उनकी जान चली गई तब से इनका मानसिक संतुलन बिगड़ सा गया है ....हर छोटे बच्चे में रिंकी और रिंकू को ढूंढने लगती हैं..!

बहुत चिंता ख्याल और प्यार से उन्हें संभालकर ले जाते हुए उसने कहा तो उपस्थित जन समुदाय शर्मिंदा सा हो गया... जाते जाते वह थोड़ा ठहरी मुड़ी और गंभीर होकर कहने लगी

और हां ....इनकी नजर को अशुभ कहने का मतलब चांद पर थूकने जैसा है इनकी नजर एक मां की नजर है सच्ची पवित्र शुभ दुआओं से भरी और बुरी नजर उतारने वाली ...!

आप लोग अपनी नजर और नजरिए दोनो का इलाज करवा लीजिए।

चांद पर थूकना निर्दोष पर दोष लगाना

इनपुट सोर्स : लतिका श्रीवास्तव